• पहले नागपुर में आग लगाई और अब मुंबई हो रही गुंडई : प्रियंका चतुर्वेदी

    महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम लिए बिना मजाक बनाने को लेकर विवादों में घिरे स्टैंड अप कॉमेडियन कुणाल कामरा को लेकर सियासत जारी है। शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा तोड़फोड़ किए जाने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उन्हें सच्चाई चुभती है

    Share:

    facebook
    twitter
    google plus

    नई दिल्ली। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम लिए बिना मजाक बनाने को लेकर विवादों में घिरे स्टैंड अप कॉमेडियन कुणाल कामरा को लेकर सियासत जारी है। शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा तोड़फोड़ किए जाने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उन्हें सच्चाई चुभती है।

    शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "ये गुंडे हैं, जिन्हें सरकार में बैठाया गया है। वे दिखा रहे हैं कि वे कितने इंटॉलरेंट हैं। अगर कोई व्यंग्य के माध्यम से इनका (सरकार) मजाक बनाता है या फिर इनकी सच्चाई उजागर करता है तो उन्हें कितना चुभता है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से पूछना चाहिए कि क्यों पहले उन्होंने नागपुर में आग लगाई और अब मुंबई में गुंडई की जा रही है?"

    उन्होंने आगे कहा, "2014 से पहले यही कुणाल कामरा और दूसरे स्टैंड-अप कॉमेडियन नियमित रूप से उस समय की सरकार को लेकर रोस्ट करते थे और उस दौरान कोई हिंसा नहीं हुई थी। पुरानी वीडियो आज भी सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं। कुणाल ने जो गाना गाया है, उसमें न तो कोई गाली दी गई है और न ही अभद्र शब्द का इस्तेमाल किया गया है। अगर सरकार को ये सब अच्छा नहीं लगता है तो उन्हें इसे नजरअंदाज करना चाहिए या फिर एफआईआर दर्ज करानी चाहिए। सच्चाई तो यही है कि उन्होंने गद्दारी की और अपनी ही पार्टी को तोड़ा। अपना भ्रष्टाचार छुपाने के डर से वे सरकार में आए हैं।"

    प्रियंका चतुर्वेदी ने एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "जो अमित शाह से मिली खैरात में मुख्यमंत्री बने हों, उन्हें लोगों पर तीखी टिप्पणी बंद करनी चाहिए। 2014 से पहले यही कुणाल कामरा और दूसरे स्टैंड-अप कॉमेडियन नियमित रूप से रोस्ट करते थे और हास्य पैदा करते थे। यह कितना शर्मनाक है कि आप इस देश में हास्य परिहास के लिए बनी एक जगह को नष्ट कर रहे हैं, सिर्फ इसलिए कि आपको राजनीतिक कॉमेडी पसंद नहीं है? ये शर्मनाक बात है।"

    Share:

    facebook
    twitter
    google plus

बड़ी ख़बरें

अपनी राय दें